चित्र व आलेख- विकास वैभव
Cave of Siddha, Devgarh (Lalitpur, U.P.)- यह झाॅंसी से 133 किमी तथा ललितपुर (ने॰हा॰-26) से 33 किमी॰ दूर बेतवा नदी के किनारे देवगढ स्थित है। बेतवा नदी के किनारे तक पहुॅंचने के लिये तीन घाट हैं, जिनका पुरातात्विक महत्व है। ये है नहर घाट, राजघाट तथा सिद्ध की गुफा वाला घाट। घाट का अर्थ है पानी की ओर जाने वाली सीढ़ियाॅं। देवगढ़ के दक्षिणी किनारे पर एक गुफा है जिसे सिद्ध की गुफा कहते है। यह पर्वत को काटकर बनाई गई है। सिद्ध की गुफा एक पुरातात्विक खोज है, जो नाहर घाट से उतरते समय बाई ओर चट्टान की दीवार पर स्थित है। राजघाट से उतरते समय, चट्टान की दीवार दाई ओर है। गुप्त कालीन सिद्ध की गुफा में महिषासुरमर्दिनी दुर्गा की सुन्दर मूर्ति लगी हुई है। इस गुफा में अनेक अभिलेख उत्कीर्ण है। उन में सबसे प्राचीन अभिलेख 552 ई॰ का है, जिस में सूर्यवंशी स्वामी भट्ट का उल्लेख है।
निकट के दर्शनीय स्थल- दशावतार मन्दिर (देवगढ़), कुरैया वीर मन्दिर (कुचदौं), विष्णु मन्दिर (चाॅंदपुर-जहाजपुर)।
बहुत ही खूबसूरत एवं सुंदर कृति सर इस तरह की कलाकृति देखने से मन को शांति मिलती है और काफी कुछ सीखने को मिलता है।