आलेख- विकास वैभव
Lyricist Indeevar- श्यामलाल बाबू राय जिन्हें इन्दीवर के नाम से जाना जाता है, हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध गीतकारों में से एक थे। इन्दीवर का जन्म उत्तर प्रदेश के झाॅंसी जनपद के बरुआसागर कस्बे में कलार जाति के एक निर्धन परिवार में 15 अगस्त 1924 ई॰ में हुआ था। इनके पिता हरलाल राय व माता का निधन बाल्यकाल में ही हो गया था। वे अपने मामा के घर ग्राम गुआवली (निवाड़ी) में भैंसें चराते हुए गाना गाते रहते थे। कुछ समय बाद ये बरुआसागर वापस आ गये। उन्हीं दिनों बरुआसागर में एक फक्कड़ बाबा कहीं से आकर एक पेड़ के नीचे अपना डेरा जमा कर रहने लगे थे। वे बहुत अच्छे गायक थे और जब चंग पर गाते हुए अलाप लेते, तो राह चलता व्यक्ति भी गीत की समाप्ति तक रुक जाता था। वहीं से उन्हें भी गीत लिखने का शौक हुआ और इन्दीवर भी बाबाजी का चिमटा लेकर स्वरचित गीत, भजन आदि गाने लगे।

इन्दीवर के बाल सखा रामसेवक रिछारिया ने उन्हें सुधार की दृष्टि से साहित्य की ओर मोड़ा। उन्होंने न केवल उनकी कविताएं सम्पादित की बल्कि उन्हें कवि-सम्मेलनों से भी परिचित करवाया। शीघ्र ही कवि इन्दीवर आसपास के तमाम क्षेत्रों में प्रसिद्ध होने लगे और ठीक-ठाक आमदनी भी होने लगी। देश के स्वतन्त्रता संग्राम आन्दोलन मे सक्रिय भाग लेते हुए इन्होंने श्यामलाल बाबू ‘आजाद’ नाम से कई देशभक्ति के गीत भी लिखे थे।

बाद में जब इनकी मर्जी के बिना इनकी शादी करवायी गयी तो ये मुम्बई चले गये और फिल्मों में काम पाने के लिए संघर्ष करने लगे। उन्हें वर्ष 1951 में फिल्म ‘मल्हार’ (संगीत- रौशन) से पहचान मिली, जिसमें उन्होंने ‘‘बड़े अरमान से रखा है बलम, तेरी कसम’’ गीत लिखा था । वर्ष 1963 में बाबू भाई मिस्त्री की फिल्म ‘पारसमणि’ की सफलता के बाद इन्दीवर शोहरत की बुंलन्दियों पर जा पहॅंुचे। निर्माता-निर्देशक मनोज कुमार के लिए कल्याणजी-आनन्दजी के संगीत निर्देशन में इन्दीवर ने ‘कस्मे वादे प्यार वफा सब बातें हैं….’ जैसे गीत लिख कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
इन्दीवर के लिखे कुछ गीत काफी प्रसिद्ध हुए, जिनमें प्रमुख हैं-

रौशन तुम्ही से दुनियाॅं… (पारसमणि)
हमने तुझको प्यार किया है… (दूल्हा दुल्हन)
जो प्यार तूने मुझको दिया था… (दूल्हा दुल्हन)
जिस दिल में बसा था प्यार तेरा… (सहेली)
वक्त करता जो वफा… (दिल ने पुकारा)
कसमे वादे प्यार वफा… (उपकार)
चन्दन सा बदन… (सरस्वती चन्द्र)
कोई जब तुम्हारा हृदय तोड़ दे… (पूरब और पश्चिम)
है प्रीत जहाॅं की रीत सदा… (पूरब और पश्चिम)
दरपन को देखा तूने… (उपासना)
यूहीं तुम मुझसे बात करती हो… (सच्चा झूठा)
जिन्दगी का सफर… (सफर)
रूप तेरा ऐसा दरपन में… (एक बार मुस्करा दो)
समझौता गमों से कर लो… (समझौता)
तेरे चेहरे में वो जादू है… (धर्मात्मा)
होठों से छूलो तुम… (प्रेम गीत)
दुश्मन न करे दोस्त ने… (आखिर क्यूॅं)

वर्ष 1976 फिल्म अमानुष के गीत ‘‘दिल ऐसा किसी ने मेरा तोड़ा’’ के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार जीता। अपने चार दशक के कैरियर में उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्मों में एक हजार से अधिक गीत लिखे। नाजिया हसन के प्रसिद्ध गीत ‘‘आप जैसा कोई मेरी’’ को इन्दीवर ने ही लिखा था। भारतीय सिनेमा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले और एक गीतकार के रूप में ख्याति अर्जित करने वाले इन्दीवर का दिनांक 27 फरवरी 1997 को 73 वर्ष की आयु में मुम्बई (महाराष्ट्र) में निधन हो गया।