चित्र व आलेख- विकास वैभव
Rock-Cut Narasimha, Dudhai (Lalitpur)- ललितपुर (ने॰हा॰-26) से 41 किमी॰ की दूरी पर पाली – बालाबेहट मार्ग पर पाली तहसील की कनपुरा घाटी से पांच किमी॰ दूर स्थित ग्राम दुधई प्राचीन काल में एक समृद्ध नगर रहा होगा। यह मध्य रेलवे स्टेशन धौर्रा से लगभग 11 किमी॰ दक्षिण-पश्चिम की ओर घने जंगलों के मध्य स्थित है। यहाॅं विशाल पर्वत को काटकर लगभग 30 फुट ऊॅंची नृसिंह की अविश्वनीय प्रतिमा उकेरी गयी है। यह प्रतिमा 5वीं शताब्दी की है और इस का निर्माण गुप्त शासकों द्वारा करवाया गया था। भगवान नृसिंह का मुॅंह थोड़ा खुला हुआ दिखाई देता है। उनके तीखे दाॅंत और जीभ का रंग चट्टान के रंग के कारण लालिमा लिये हुये है। हिरण्यकश्यप को भगवान नृसिंह की विशाल जांघों पर लेटा हुआ दिखाया गया है। चट्टान की क्षैतिज रेखायें भगवान नृसिंह के आभूषण और वस्त्रों का आभास देतीं हैं। यहाॅं का प्राकृतिक वातावरण अत्यन्त मनमोहक है। दुधई के अवशेष बताते हैं कि यह स्थान कभी राजनैतिक, धार्मिक एवं सांसकृतिक गतिविधियों का बड़ा केन्द्र रहा होगा।
निकट के दर्शनीय स्थल- बड़ी सुरई (दुधई), दशावतार मन्दिर (देवगढ़), कुरैया वीर मन्दिर (कुचदौं), लक्ष्मी नारायण मन्दिर (चाॅंदपुर-जहाजपुर)।

अद्वितीय कलाकृति एवं अद्वितीय चित्र व आलेख🌸