चित्र व आलेख- विकास वैभव
Badi Surai, Dudhai (Lalitpur, U.P. )- ललितपुर (ने॰हा॰-26) से 41 किमी॰ की दूरी पर पाली – बालाबेहट मार्ग पर पाली तहसील की कनपुरा घाटी से पांच किमी॰ दूर स्थित ग्राम दुधई प्राचीन काल में एक समृद्ध नगर रहा होगा। यह मध्य रेलवे स्टेशन धौर्रा से लगभग 11 किमी॰ दक्षिण-पश्चिम की ओर घने जंगलों के मध्य स्थित है। दुधई के रामसागर तालाब के समीप ही ऊॅंचे टीले पर बड़ी सुरई स्थित है। प्रतिहार कालीन इस मन्दिर की लम्बाई 52 फीट तथा चैड़ाई 37 फिट है। इस के गर्भगृह को दो कक्षों में विभक्त किया जा सकता है और दोनों के बीच एक द्वार है। पूर्व पश्चिम में दोनों ओर मण्डप है। मन्दिर सेंड स्टोन से बना है, जिनका संतुलन इतना अच्छा है कि चाहे कितना भी तूफान आये, लेकिन मन्दिर को कोई फर्क नही पड़ता है। दुधई के अवशेष बताते हैं कि यह स्थान कभी राजनैतिक, धार्मिक एवं सांसकृतिक गतिविधियों का बड़ा केन्द्र रहा होगा।
निकट के दर्शनीय स्थल- राॅक-कट नृसिंह (दुधई), दशावतार मन्दिर (देवगढ़), कुरैया वीर मन्दिर (कुचदौं), लक्ष्मी नारायण मन्दिर (चाॅंदपुर-जहाजपुर)।
