चित्र व आलेख- विकास वैभव
Shantinath Jain Temple, Devagarh (Lalitpur, U.P.)- यह झाॅंसी से 133 किमी तथा ललितपुर (ने॰हा॰-26) से 33 किमी॰ दूर देवगढ स्थित है। देवगढ में जैन मन्दिर संख्या-बारह प्रतिहार कालीन मन्दिर है पर इसमें बाद में बहुत से परिवर्तन और परिवर्द्धन किये गये। ऊॅंची जगती पर बना यह मन्दिर नागर शैली का सुन्दर उदाहरण है। चबूतरे पर पहॅुचने के लिये सीढ़ियां हैं। सबसे पहले चार स्तम्भों पर आधारित अर्द्ध मण्डप है।़ इस के बाद प्रत्येक 6 पंक्तियों में 6 स्तम्भों पर आधारित महामण्डप है। इस में अन्तराल तथा 4 फुट 3 इंच चैड़ा प्रदक्षिणा पथ है। गर्भगृह में कायोत्सर्ग मुद्रा में तीर्थंकर मूर्ति प्रतिष्ठापित है। गर्भगृह का द्वार अनेक देवी-देवताओं तथा अन्य अलंकरणों से सुसज्जित है। देवगढ़ के सभी मन्दिरों में यह सबसे विशाल तथा भव्य है। इस की ऊॅंचाई लगभग 60 फीट है।
निकट के दर्शनीय स्थल- दशावतार मन्दिर (देवगढ़), कुरैया वीर मन्दिर (कुचदौं), लक्ष्मी नारायण मन्दिर समूह (चाॅंदपुर-जहाजपुर)।
बहुत सुंदर विकास भाई।आशा है आप हमे बुंदेलखंड की एतिहासिक इमारतों मंदिरों से परिचित कराते रहेंगे।
अद्वितीय ,अद्भुत चित्रांकन व आलेख🙏🙏