चित्र व आलेख-विकास वैभव
Chaurasi Gumbad, Kalpi (Jalaun, U.P.)- झाॅंसी-कानपुर मार्ग (ने॰हा॰-25) पर कालपी से 2 किमी॰ पूर्व एक विशाल एवं गुम्बदयुक्त भवन दिखाई देता है। इसे लोग ‘चैरासी गुम्बद’ के नाम से जानते है। यह इस्लामिक वास्तुकला (मध्य काल) लोदी सुल्तानों में से किसी का शाही मकबरा है। इतिहासकार इसे महमूद लोदी का मकबरा बतलाते हैं। चारों ओर मठों एवं द्वारों युक्त प्राचीर से घिरे हुये 312 वर्ग फिट के वर्गाकार क्षेत्र में बना है यह भवन। भवन के 60 फुट की ऊॅंचाई वाले केन्द्रीय गुम्बद के नीचे दो कब्र हैं। मुख्य भवन को पत्थर तथा चून के गारे में बड़े बड़े कंकड़ मिला कर बनाया गया है। पूरी गचकारी मिट्टी में है। सात सकरे मेहराबदार दरबाजे है जो वर्गाकार मोटे पायों से विभक्त हैं। इसके पाये 6 फुट 2 इंच से लेकर 8 फुट 8 इंच तक वर्गाकार हैं, और मेहराबें 6 फुट 6 इंच से लेकर 9 फुट 6 इंच तक की चैड़ाई में हैं। पूरी इमारत शतरंज की गोटों की तरह सजी हुई है। इस के द्वार फूलों व बेलबूटों की पच्चीकारी से अलंकृत हैं।
निकट के दर्शनीय स्थल- लंका मीनार (कालपी), बाल व्यास मन्दिर (कालपी), मन्त्रणा स्थली (कालपी), रोपिणि गुरु की समाधि (इटौरा) आदि।
